BAPS Hindu Mandir Abu Dhabi:
आगे बढ़ने से पहले हम आपको बता दे की BAPS क्या है | BAPS (Bochasanwasi Shri Akshar Purushottam Swaminarayan Sanstha)यह एक सामाजिक-आध्यात्मिक हिंदू आस्था है जिसकी जड़ें वेदों में हैं। इसे 18वीं शताब्दी के अंत में भगवान स्वामीनारायण (1781-1830) द्वारा प्रकट किया गया था और 1907 में शास्त्रीजी महाराज (1865-1951) द्वारा गुजरात में की गई थी यह एक हिन्दू संगठन है जो भगवान स्वामी नारायण की शिक्षाओं का पालन करता है BAPSकी गतिविधियां मुख्य रूप से उनके मंदिरों पर आधारित है उनके नेटवर्क की बात करें तो BAPS दुनिया भर में 1100से अधिक मंदिरों और करीब 3850 केन्द्रो से बना है और पूरी दुनिया में उनके 55000 से भी ज्यादा स्वयंसेवक सदस्य हैं इसी BAPS के छठे और वर्तमान आध्यात्मिक गुरु है महंत स्वामी महाराज जिनके द्वारा इस मंदिर की नीव राखी गयी है |
Who is Mahant Swami Maharaj:
महंत स्वामी महाराज का जन्म 13 सितंबर 1933 को मध्य प्रदेश के जबलपुर में हुआ था. इनकी माता का नाम दहिबेन और पिता का नाम मणिभाई नारायणभाई पटेल था|
महंत स्वामी महाराज अपने छात्र जीवन में होनहार छात्र थे. उनकी शुरुआती पढ़ाई जबलपुर में ही हुई. वहीं उन्होंने अपनी 12वीं की पढ़ाई जबलपुर के Christ Church Boys Senior Secondary School से की थी. पढ़ाई के बाद, महंत स्वामी महाराज अपने मूल शहर गुजरात के आणंद आ गए.
यहां उन्होंने कृषि महाविद्यालय में एडमिशन लिया और अपनी पढ़ाई पूरी की. पढ़ाई के दौरान ही महंत स्वामी महाराज जी की मुलाकात ब्रह्मस्वरूप शास्त्रीजी महाराज के आध्यात्मिक उत्तराधिकारी योगीजी महाराज से हुई. बाद में इन्होंने ही महंत स्वामी महाराज को Spirituality का रास्ता दिखाया| अब Mahant Swami Maharaj BAPS के छठे और वर्तमान आध्यात्मिक गुरु है|
BAPS Hindu Mandir Abu Dhabi
BAPS Hindu Mandir Abu Dhabi:UAE (United Arab Emirates) में एक हिंदू मंदिर बनकर तैयार है अगर कहें तो एशिया का सबसे बड़ा हिंदू मंदिर बनकर तैयार है जिसे बीएपीएस मंदिर या 20 अप्रैल साल 2019 को बीएपीएस संस्था के महंत ने वैदिक अनुष्ठानों के साथ इस मंदिर का शिलान्यास किया इस मंदिर को करीब 27 एकड़ की जमीन पर बनाया गया है मंदिर में लगभग 18 लाख ईंटों का इस्तेमाल किया गया है मंदिर की ऊंचाई की बात करें तो यह 108 फीट की है बताया जा रहा है इससे बनाने में 2000 कारीगरों ने काम किया इस मंदिर में 40000 क्यूबिक मीटर संगमरमर और 180 हजार क्यूबिक मीटर बलुआ पत्थर का इस्तेमाल हुआ इस मंदिर को बनाने में उत्तरी राजस्थान के गुलाबी बलवा पत्थर का इस्तेमाल हुआ है राजस्थान के अलावा इटली से भी इस मंदिर के लिए संगमरमर लाया गया है मंदिर के कुल 7 पिलर है जो की UAE राज्यों का प्रतिनिधित्व करती है मंदिर में एक VISITOR CENTRE ,PRAYER HAAL,THEMATIC CENTRE और LEARNING AREA शामिल है मंदिर की खासियत यह है कि यूएई में पढ़ने वाली भयंकर गर्मी का मंदिर के अंदर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा मंदिर में 300 सेंसर लगाए गए हैं जो भूकंपीय गतिविधि और तापमान की परिवर्तन जैसी घटनाओं पर बराबर नजर रखेंगे
Population of hindus in UAE:
MULTICULTURAL कहे जाने वाले देश UAE में कुल सात राज्य शामिल ABU DHABI,DUBAI,SHARJAH,AJMAN,UMM-AL-QUWAIN,FUJAIRAH AND RAS-AL-KHAIMAH दुबई में तो पहले से ही कई हिंदू मंदिर बने हैं लेकिन अब दुबई के बाहर रहने वाले हिंदुओं के लिए यह एक बहुत खुशी की बात है| वहीँ अगर बात की जाए UAE की वर्तमान पापुलेशन की तो यह करीब 10 मिलियन की है यूएई में करीब 200 अलग-अलग राष्ट्रीयता और कई धर्म के लोग रहते हैं धर्म के आधार पर देखा जाए तो UAE में हिंदू तीसरे नंबर पर आते हैं| साल 2021 तक यूएई में भारतीयों की आबादी करीब 35 लाख के आसपास पहुंच गई थी ऐसे में हिंदुओं के लिए यह मंदिर बेहद खास और उनकी आस्था के लिए एक ऐतिहासिक लम्हा है
India PM Modi inaugurates BAPS Hindu Mandir Abu Dhabi:
पीएम मोदी इस मंदिर का उद्घाटन करेंगे इस मंदिर की कल्पना साल 1997 में की गई थी 9 अगस्त साल 2015 को पीएम मोदी ने घोषणा की थी जिसमें उन्होंने बताया था कि अबू धाबी के क्राउन प्रिंस और UAE सशस्त्र बलों के उप सर्वोच्च कमांडर Sheikh Mohammed bin Zayed Al Nahyan ने इस मंदिर के लिए जमीन अलाउड कर दी है| पीएम मोदी ने इसके लिए UAE सरकार का धन्यवाद भी किया था इसके बाद जनवरी 2019 में UAE सरकार ने 27 एकड़ भूमि मंदिर के लिए उपहार में दे दी गई 13 फरवरी को पीएम मोदी अबू धाबी के शेख जायद स्टेडियम में भारतीय समुदाय के शिखर सम्मेलन हेलो मोदी को संबोधित किया और अगले दिन 14फरवरी को उन्होंने मंदिर का उद्घाटन किया |
How special is Prime Minister Modi’s connection with UAE?
साल 2015 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 34 सालों में UAE की यात्रा करने वाले भारत के पहले प्रधानमंत्री बने इस यात्रा के बाद साल 2016 में UAE के क्राउन प्रिंस Sheikh Mohammed bin Zayed Al Nahyan की भारत यात्रा हुई | फिर 2017 में भी क्राउन प्रिंस भारत के गणतंत्र दिवस समारोह में CHEIF GUEST के तौर पर भारत आए इसके अलावा क्राउन प्रिंस ने भारत यात्रा के दौरान भारत-यूएई संबंध को औपचारिक रूप से एक व्यापक रणनीतिक साझेदारी को आगे बढ़ाया इसके बाद 2023 में हुए g20 समिट में भी क्राउन प्रिंस शामिल हुए भारत और यूएई के रिश्ते पर जानकारों का मानना है कि यूएई भारत संबंधों से जबरदस्त प्रगति देखने को मिली है भारत यूएई व्यापार 2022 में बढ़कर 85 बिलियन अमेरिकी डॉलर हो गया जिससे यूएई साल 2022 के लिए भारत का तीसरा सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार बन गया|फरवरी 2022 में भारत पहला देश बन गया जिसके साथ यूएई ने CEPA( Comprehensive Economic Partnership Agreement ) पर हस्ताक्षर किया | CEPA लागू होने के बाद दोनों तरफ से व्यापार में लगभग 15% की वृद्धि हुई है
मंदिर के निर्माण से दोनों देशो के विच आर्थिक संबंधों में भी वृद्धि होगी
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